प्रस्तावना

अंग्रेजी बोलना एवं लिखना सीखना विश्व के प्रत्येक नागरिक के लिए अपरिहार्य हो गया है। वैसे भी अंग्रेजी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त है परंतु यह इकलौता कारण नहीं है जो अंग्रजी सीखने को अपरिहार्य बनाये । किसी भी भाषा को सही बोलना सीखकर पढ़ने से उस भाषा को लिखने की कला स्वमेव आ जाती है । इस भाषा को सीखने का एक अन्य प्रमुख कारण है अतर्राष्ट्रीय भाषा होने के साथ-साथ  विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के इस युग में अनेक स्तरीय पुस्तकों का अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध होना ।
आज इंटरनेट की उपलब्धता से विश्व में सूचना क्रांति के कारण दुनिया के शैक्षणिक, व्यापारिक, राजनितिक इत्यादि सभी क्षेत्रों को समेटकर रख दिया है । कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग की कोई भी भाषा एवं कम्प्यूटर के सभी साफ्टवेयर की समझ अंग्रेजी भाषा के ज्ञान के कारण आसान हो जाती है । माता-पिता एवं अभिभावकों को बच्चों के शिक्षण में सहयोगी बनने हेतु भी अंग्रेजी भाषा का ज्ञान अत्यन्त उपयोगी है ।
अंग्रेजी भाषा का सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक ज्ञान देने  के लिए विश्व में अनेक व्यक्ति एवं संस्थाएं कार्यरत है एवं सबकी अपनी-अपनी पद्धतियाँ है । इन पद्धतियों के साथ ही मार्गदर्शक के व्यक्तित्व एवं प्रयासों पर निर्भर करता है कि सीखने वाले समूह को कितना लाभ हुआ है । मेरी समझ से महात्मा गांधी जी की सफ़लता का कारण  उनकी यह सोच ही है कि – “आपकी कार्यप्रणाली ऐसी हो कि समाज के सबसे कमजोर व्यक्ति को उसका लाभ मिले ।"  इसी बात को शिक्षा के क्षेत्र में भी लागू करने की आवश्यकता है ।
इस blog  के माध्यम से मेरा यही प्रयास रहेगा कि समाज के सबसे कमजोर छात्र/नागरिक जिसे अंग्रेजी का अल्पतम ज्ञान है,  के भाषा-ज्ञान में अपनी क्षमता के अनुसार वृद्धि करने का प्रयास करूं । आवश्यकता केवल इतनी ही है कि सीखने के इच्छुक को अंग्रेजी की वर्णमाला का ज्ञान हो (या वे इस blog के उपयोग करने के पूर्व अंग्रेजी वर्णमाला का ज्ञान अर्जित कर लें ) एवं धैयपूर्वक सीखने की ललक । मुझे विश्वास है कि व्दितीय भाषा के रुप में अंग्रेजी भाषा का ज्ञान प्रत्येक व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि कर व्यक्तित्व को निखारने में मददगार होगा एवं रोजगार के अतिरिक्त विकल्प के रुप में जीवनपर्यंत साथ देगा ।
मेरा प्रयास यह भी रहेगा कि अंग्रेजी भाषा के जानकार एवं विशेषज्ञ भी कुछ नया प्राप्त कर इसका आनंद ले सके । विशेषज्ञों से मैं यह अपेक्षा करती हूं कि वे अपनी विशेष टिप्पणियों से मुझे समय-समय पर अवगत कराकर मेरे इस साधारण प्रयास को असाधारण  में परिवर्तित करने में सहयोग करते रहेंगें ।
अंत में, Google Team की मैं सदैव ह्रदय से आभारी हूं कि उनके कारण ही मैं इस छोटे से कार्य को संपादित करने की दिशा में पहला कदम बढ़ा सकी..........................
आशा है कि आप मेरे इस प्रयास पर टीका/टिप्पणी कर सदैव मेरा उत्साहवर्धन करते रहेंगें ।
इसी शुभ अपेक्षा में..............
आपकी
अलका मेहता
Email :- alkamehta.edu@gmail.com
संविदा सहायक प्राध्यापक (अंग्रेजी) (सत्र 2008-09 एवं 2009-10)
शासकीय जे. योगानन्दम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय, रायपुर (छग)
Email :- alkamehta.edu@gmail.com